IPL 2025 के रोमांचक मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स की दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ सुपर ओवर में हार के बाद सबसे बड़ी बहस इस बात पर छिड़ गई है कि सुपर ओवर में गेंदबाजी का जिम्मा जोफ्रा आर्चर की जगह संदीप शर्मा को क्यों दिया गया। फैंस सोशल मीडिया पर इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं, लेकिन टीम के स्टार बल्लेबाज नीतीश राणा ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी है।
16 अप्रैल की रात अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में आर्चर ने अपने ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी करते हुए दबाव बनाया था। बावजूद इसके, सुपर ओवर में कप्तान संजू सैमसन और टीम मैनेजमेंट ने संदीप शर्मा पर भरोसा जताया। हालांकि यह दांव काम नहीं आया और दिल्ली ने यह मैच अपने नाम कर लिया।

‘सैंडी सबसे उपयुक्त विकल्प था’ – नीतीश राणा
मैच में 51 रनों की शानदार पारी खेलने वाले नीतीश राणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अगर हम मैच जीतते तो इस फैसले पर इतनी चर्चा नहीं होती। गेंदबाजी या बल्लेबाजी के लिए किसे भेजा जाएगा, यह एक व्यक्ति का नहीं बल्कि टीम का सामूहिक निर्णय होता है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “सैंडी (संदीप शर्मा) अगर हमें मैच जिता देते तो कोई सवाल नहीं उठाता। टीम को उस समय जो सबसे बेहतर विकल्प लगा, उसी पर फैसला लिया गया। हमें लगता था कि संदीप उस पल के लिए सबसे तैयार गेंदबाज थे।”
राणा ने यह भी जोड़ा कि अगर बल्लेबाजों ने सुपर ओवर में 15 रन भी बना लिए होते, तो परिणाम कुछ और होता। शिमरोन हेटमायर को फिनिशर की भूमिका में उतारा गया था, लेकिन वह अपेक्षा पर खरे नहीं उतरे।
स्टार्क की वापसी से दिल्ली को मिली ताकत
दिल्ली की वापसी का श्रेय नीतीश राणा ने तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को दिया। उन्होंने कहा, “इस विकेट पर बल्लेबाजी आसान नहीं थी। नए बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल हो रहा था क्योंकि गेंद रुककर आ रही थी। ऐसे में स्टार्क की रिवर्स स्विंग ने कमाल कर दिया।”
राणा ने माना कि लार के इस्तेमाल की अनुमति से गेंदबाजों को फायदा मिला है और स्टार्क ने इसका बेहतरीन उपयोग करते हुए टीम को मैच में वापस ला दिया।
इस हार के बाद राजस्थान रॉयल्स को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए आगामी मैचों में ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। वहीं फैंस और एक्सपर्ट्स के बीच सुपर ओवर की रणनीति को लेकर बहस अभी थमने का नाम नहीं ले रही है।