भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एक और इतिहास रच दिया है। वह टी20 क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले भारत के चौथे गेंदबाज बन गए हैं। यह उपलब्धि उन्होंने आईपीएल 2025 के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलते हुए हेनरी क्लासेन को आउट कर हासिल की। उनके इस ‘गेंद से तिहरे शतक’ ने उन्हें एक विशेष क्लब में शामिल कर दिया है, जिसमें अब तक रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल जैसे दिग्गज ही शामिल थे।
बुमराह की ऐतिहासिक छलांग
बुमराह का यह रिकॉर्ड सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि उनकी निरंतरता, मेहनत और कौशल का प्रमाण है। उन्होंने अब तक 238 टी20 मुकाबलों में यह उपलब्धि हासिल की है, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5 विकेट लेकर 10 रन देना रहा है। इस ऐतिहासिक मुकाम के साथ, बुमराह मुंबई इंडियंस के लिए संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं, और उन्होंने इस मामले में लसिथ मलिंगा की बराबरी कर ली है – दोनों ने 170 विकेट चटकाए हैं।

138 मैचों में 22.78 की औसत और घातक यॉर्कर्स के साथ, बुमराह ने MI के लिए एक चट्टान की तरह गेंदबाजी की है। इस स्थायित्व और विश्वसनीयता ने उन्हें न केवल फ्रैंचाइज़ी का अभिन्न हिस्सा बनाया है, बल्कि उन्हें आईपीएल के इतिहास में भी एक खास स्थान दिलाया है।
🚨 HISTORY BY BUMRAH 🚨
— Johns. (@CricCrazyJohns) April 23, 2025
– Bumrah is the fastest Indian pacer to complete 300 wickets in T20 History. pic.twitter.com/YWd123YKbL
आईपीएल 2025 में धीमी शुरुआत, लेकिन उम्मीदें बरकरार
आईपीएल 2025 में अब तक बुमराह ने पांच मुकाबलों में 31.60 की औसत से पांच विकेट लिए हैं। भले ही इस सीज़न उनकी रफ्तार पहले जैसी न हो, लेकिन यह भी सच है कि वह शुरुआती मुकाबलों से बाहर थे और अब लय में लौटने की कोशिश कर रहे हैं। उनका बेस्ट फिगर इस सीज़न में 2/25 रहा है।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि बुमराह जैसे गेंदबाज के लिए कुछ मैचों की जरूरत होती है ताकि वह अपनी पूरी लय पकड़ सकें। एक बार जब वह अपनी फॉर्म में लौटेंगे, तो वह विपक्षी टीमों के लिए और भी ख़तरनाक साबित हो सकते हैं।
भारतीय तेज गेंदबाजी की रीढ़
बुमराह की गेंदबाजी सिर्फ आंकड़ों में ही नहीं, बल्कि उनके एक्शन और प्रभाव में भी नजर आती है। उनकी यॉर्कर, स्लोअर गेंदें और डेथ ओवर की रणनीति उन्हें एक कंप्लीट टी20 गेंदबाज बनाती है। 300 विकेटों की यह उपलब्धि आने वाले युवा गेंदबाजों के लिए प्रेरणा है, जो यह सीख सकते हैं कि धैर्य, अनुशासन और निरंतरता से कोई भी रिकॉर्ड बनाया जा सकता है।
अब जब वह आईपीएल की सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में आठवें स्थान पर पहुंच गए हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले मैचों में वह और कितनी ऊँचाईयों को छूते हैं।