भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन सभी रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिनमें यह दावा किया गया था कि भारत ने पुरुष एशिया कप और महिला एमर्जिंग एशिया कप से हटने का फैसला किया है। बीसीसीआई ने इसे महज “अटकलबाज़ी और काल्पनिक” खबर बताया है।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने स्पष्ट किया कि बोर्ड इस समय इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और इंग्लैंड दौरे पर केंद्रित है। उन्होंने कहा, “एशिया कप या एसीसी की किसी प्रतियोगिता से संबंधित कोई भी निर्णय या चर्चा अभी तक नहीं हुई है। जब भी ऐसा कोई कदम उठाया जाएगा, मीडिया को आधिकारिक रूप से जानकारी दी जाएगी।”
भारत के हटने पर पाकिस्तान को होगा आर्थिक झटका
सूत्रों की मानें तो अगर भारत एशिया कप से हटता है, तो यह पाकिस्तान के लिए एक “इकोनॉमिक सर्जिकल स्ट्राइक” जैसा होगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को भारत की भागीदारी से हर साइकिल में करीब ₹165 से ₹220 करोड़ तक की कमाई होती है। भारत-पाकिस्तान मैच दुनिया भर में सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले मुकाबलों में शामिल हैं, जिससे प्रसारण और विज्ञापन राजस्व में भारी इज़ाफा होता है।

प्रसारण अधिकार और राजस्व पर पड़ेगा असर
2024 से 2032 तक के एशिया कप के प्रसारण अधिकार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया को करीब $170 मिलियन में बेचे गए हैं। इस डील का बड़ा हिस्सा भारत की भागीदारी पर टिका है। यदि भारत टूर्नामेंट से हटता है, तो प्रसारण राजस्व में सीधा असर पड़ेगा, जिससे PCB को भारी नुकसान होगा।
वर्तमान में, एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) प्रसारण से होने वाली कमाई का 15% हिस्सा अपने प्रत्येक पूर्ण सदस्य को देती है।
पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है PCB
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पहले से ही आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए स्टेडियम के नवीनीकरण में लगभग 14 बिलियन पाकिस्तानी रुपये का निवेश किया गया था। लेकिन भारत द्वारा पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने और फाइनल को दुबई शिफ्ट करने के कारण अनुमानित 7 बिलियन पाकिस्तानी रुपये (करीब ₹700 करोड़) का घाटा हुआ।
भारत क्यों कर सकता है हटने का विचार?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई उन टूर्नामेंट्स में भाग लेने से हिचक सकता है, जिन्हें वर्तमान में पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है। वे इस समय एसीसी के अध्यक्ष भी हैं। हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य तनाव के बाद, बीसीसीआई इस मुद्दे पर सतर्क रुख अपना सकता है।
भारत के पास इस बार मेजबानी का मौका
सितंबर 2025 में पुरुष एशिया कप का आयोजन भारत में किया जाना है, जबकि श्रीलंका महिला एमर्जिंग टीम एशिया कप की मेजबानी करेगा। गौरतलब है कि 2023 में पाकिस्तान में हुए एशिया कप और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत ने हाइब्रिड मॉडल अपनाते हुए अपने मैच श्रीलंका और दुबई में खेले थे।
निष्कर्ष
भारत के एशिया कप से हटने की अफवाहें जहां गलत साबित हुई हैं, वहीं इससे जुड़े आर्थिक और राजनीतिक पक्षों की गंभीरता को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक घोषणा का इंतजार अब सभी की निगाहों में है।