वीरेंद्र सहवाग का तगड़ा वार: आईपीएल में फ्लॉप विदेशी खिलाड़ियों पर फटी ज़ुबान, ‘हॉलीडे मनाने आते हैं!’

A strong attack from Sehwag

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आईपीएल 2025 में ग्लेन मैक्सवेल और लियाम लिविंगस्टोन के खराब प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इन दोनों खिलाड़ियों ने अब तक इस सीजन में अपनी टीमों के लिए कोई विशेष प्रभाव नहीं डाला है, जिससे उनके फैंस और विशेषज्ञों के बीच निराशा का माहौल बन गया है। सहवाग का मानना है कि इन खिलाड़ियों में अपनी टीमों के लिए संघर्ष करने की कोई खास इच्छा नहीं है।

मैक्सवेल और लिविंगस्टोन का खराब प्रदर्शन: सहवाग की नजर में

वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि दोनों खिलाड़ियों की भूख पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है और वे आईपीएल को एक छुट्टी की तरह मानते हैं। सहवाग ने कहा, “मैक्सवेल और लिविंगस्टोन के अंदर अब टीम के लिए लड़ने का कोई जज्बा नहीं दिखता। ये खिलाड़ी यहां छुट्टी मनाने आते हैं और फिर चले जाते हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “मैंने कई पूर्व खिलाड़ियों के साथ समय बिताया है, लेकिन उनमें से बहुत कम ऐसे थे जिन्होंने सच में महसूस कराया कि वे टीम के लिए कुछ करना चाहते हैं।”

मैक्सवेल, जो इस सीजन में पंजाब किंग्स के लिए खेल रहे हैं, ने अब तक केवल 41 रन बनाए हैं और 4 विकेट लेने में सफल रहे हैं। वहीं, लिविंगस्टोन जो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का हिस्सा हैं, उन्होंने केवल 87 रन बनाए हैं। इन दोनों खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन उनके फैंस और पूर्व क्रिकेटरों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

मैक्सवेल और लिविंगस्टोन की टीमों में बदलाव

इस सीजन में जब रविवार को मुल्लांपुर में पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच मैच हुआ, तो मैक्सवेल और लिविंगस्टोन दोनों ही प्लेइंग इलेवन में नहीं थे। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने लिविंगस्टोन की जगह रोमारियो शेफर्ड को शामिल किया, जबकि मैक्सवेल को पंजाब किंग्स द्वारा ड्रॉप कर दिया गया था। इन बदलावों ने यह स्पष्ट कर दिया कि दोनों खिलाड़ियों के लिए यह सीजन मुश्किल साबित हो रहा है।

सहवाग का आईपीएल करियर

46 साल के वीरेंद्र सहवाग ने 2008 से 2015 तक आईपीएल में 104 मुकाबले खेले। इस दौरान उन्होंने 155.4 के स्ट्राइक रेट से 2728 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 16 अर्धशतक शामिल थे। सहवाग का आईपीएल करियर शानदार रहा है, और उनके अनुभव के आधार पर उन्होंने अन्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर टिप्पणी की है।

इस तरह के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि सहवाग का मानना है कि आईपीएल जैसे बड़े मंच पर खिलाड़ियों को अपनी टीम के लिए पूरी मेहनत करनी चाहिए, और अगर वे अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, तो उन्हें सवालों का सामना करना पड़ सकता है।

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