Indian Under 19 team: 30 मई से भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे की शुरुआत करने जा रही है। इस एक महीने लंबे दौरे में टीम 50 ओवर का एक अभ्यास मैच, पांच युवा वनडे मुकाबले और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो बहु-दिवसीय मैच खेलेगी। इस दौरे के लिए हाल ही में टीम का ऐलान किया गया है, जिसमें कुछ नए और दिलचस्प नाम शामिल हैं।
चर्चा से दूर रहा एक नाम: हरवंश सिंह
जहां अधिकतर चर्चा आयुष म्हात्रे और वैभव सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ियों पर रही, वहीं एक नाम ऐसा भी है जो सुर्खियों में नहीं रहा — हरवंश सिंह। यह वही युवा क्रिकेटर है जिनके पिता एक ट्रक ड्राइवर हैं, लेकिन उनकी कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है।
कनाडा का ऑफर ठुकरा, चुनी मातृभूमि
हरवंश सिंह के पास कनाडा जाकर बसने का विकल्प था। उनके पिता दमनदीप सिंह पहले से ही कनाडा में ट्रक चलाते हैं। लेकिन हरवंश ने अपने क्रिकेटिंग सपनों के लिए भारत को नहीं छोड़ा। अपनी मां के साथ भारत में रहकर उन्होंने क्रिकेट की राह पकड़ी और अब उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला है।
विकेटकीपर के तौर पर दूसरी पसंद
इस टीम में अभिज्ञान कुंडू को उपकप्तान और मुख्य विकेटकीपर बनाया गया है, वहीं हरवंश को एक और विकल्प के रूप में चुना गया है। वह सौराष्ट्र के लिए जूनियर लेवल पर खेल चुके हैं और पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवा टेस्ट में शानदार शतक जड़ चुके हैं।

युवराज सिंह से मिली प्रेरणा
हरवंश बचपन से ही युवराज सिंह को अपना आदर्श मानते रहे हैं। उनके पिता के अनुसार, हरवंश ने युवराज की स्टाइल देखकर बाएं हाथ से बल्लेबाजी शुरू की। साल 2012 में जब सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने उनके शहर में अकादमी खोली, तब छह साल की उम्र में ही उन्हें क्रिकेट की दुनिया में प्रवेश मिल गया।
पिता से सीखी कीपिंग, बेटे ने चुनी भारत की राह
हरवंश के पिता दमनदीप सिंह खुद भी शौकिया क्रिकेट खेलते थे और विकेटकीपिंग करते थे। उन्होंने अपने बेटे को भी कीपिंग सिखाई, लेकिन युवराज सिंह की वजह से वह बल्लेबाजी में भी माहिर हो गए। अब पिता की मेहनत और बेटे की लगन ने रंग दिखाया है।